मेरा नाम विहान मिश्रा है मुझे अपनी बॉस से प्यार हो गया | यह मेरी कहानी है | ऑफिस/जॉब लव स्टोरी (Office Love)

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मेरा नाम विहान है। मैं 25 साल का, एक बेहद शांत और मेहनती ग्राफिक्स डिज़ाइनर हूँ। मेरे लिए काम यानी सही लाइन्स, संतुलित रंग और समय पर डेडलाइन पूरी करना। मैं बहुत कम बोलता हूँ, और मेरा ध्यान सिर्फ़ अपनी स्क्रीन पर रहता है। मेरे दिमाग में, कला और काम लॉजिक से चलता है, न कि भावना से।

मेरी बॉस थीं ईरा कपूर, 33 साल की, हमारी क्रिएटिव टीम की हेड। ईरा मेरी पूरी विपरीत थीं—वह एक रचनात्मक तूफ़ान थीं। हमेशा ऊर्जा से भरपूर, ज़ोर से हँसने वाली, और उनकी क्रिएटिविटी में आग थी। हर कोई उन्हें पसंद करता था, लेकिन मैं दूर रहता था।

हमारी पहली टक्कर मेरे स्वभाव की वजह से हुई।

ईरा ने एक बड़े क्लाइंट के लिए मुझे एक विज्ञापन डिज़ाइन करने को दिया। मैंने उसे परफेक्ट, संतुलित और तकनीकी रूप से सही बनाया।

ईरा ने मेरी डेस्क पर आकर वह डिज़ाइन देखा और और मुस्कुराई, लेकिन वह मुस्कान संतुष्टि की नहीं थी। “विहान, यह डिज़ाइन ‘सही’ है। लेकिन यह ‘यादगार’ नहीं है। इसमें आत्मा नहीं है। तुम अपनी डिज़ाइन में इतने शांत क्यों हो? इसमें कोई ‘कैओस’ (अव्यवस्था) नहीं है।”

मैंने हिम्मत करके कहा, “मैम, संतुलन ज़रूरी है। क्लाइंट को स्पष्टता चाहिए।”

ईरा ने मेरी ओर देखा। “संतुलन अच्छी चीज़ है, विहान, लेकिन कला में जुनून होना चाहिए। अगली बार, मुझे कुछ ऐसा दिखाओ जो मेरे दिल को छू जाए, दिमाग को नहीं।”

उसकी बात मुझे बुरी नहीं लगी। उल्टे, मुझे लगा कि यह बॉस सिर्फ़ काम की नहीं, बल्कि मेरे व्यक्तित्व की गहराई को देख रही है। वह मेरी शांत दुनिया में एक ऐसी चुनौती थी, जिसे मैं अनदेखा नहीं कर सकता था।

धीरे-धीरे, मैंने ईरा के व्यवहार में एक अजीब पैटर्न देखा। वह ऑफिस में जितना हँसती थीं, उतनी ही देर रात तक अकेली बैठी रहती थीं। मुझे पता चला कि ईरा की अपनी शादीशुदा ज़िंदगी में तनाव है। वह अक्सर देर रात तक ऑफिस में रहती थीं, लेकिन उनके चेहरे पर थकान काम की नहीं, बल्कि रिश्ते के बोझ की लगती थी। मुझे लगा कि वह ऑफिस में खुशमिजाज़ का जो मुखौटा पहनती हैं, वह उनके घर की समस्याओं को छुपाने के लिए है। मैं शांत था, लेकिन मेरी आँखें हर चीज़ नोटिस करती थीं। मेरा दिल चुपचाप उनकी ओर खिंचने लगा था। मैं उनकी सफलता का सम्मान करता था, लेकिन उनकी छुपी हुई उदासी मुझे उनसे प्यार करने के लिए मजबूर कर रही थी।

ईरा के साथ मेरा पेशेवर रिश्ता, धीरे-धीरे भावनात्मक साझेदारी में बदल रहा था। उसने मुझे एक मुश्किल लेकिन रचनात्मक प्रोजेक्ट पर लगा दिया, जिसके लिए हमें अक्सर देर रात तक साथ बैठना पड़ता था। ऑफिस खाली होता, और हमारा ‘बॉस-जूनियर’ का टैग ढीला पड़ जाता।

इन शांत रातों में, ईरा का ‘क्रिएटिव तूफ़ान’ वाला मास्क उतरने लगा। एक रात, वह एक क्लाइंट की बेहद नकारात्मक प्रतिक्रिया से बहुत निराश थीं। वह अपनी मेज़ पर सिर रखकर बैठ गईं। उनकी आवाज़ में पहली बार मैंने निराशा सुनी।

“विहान, मैं थक गई हूँ। यह काम नहीं कर रहा।”

मैंने तुरंत उनके लिए अदरक वाली चाय बनाई। मैं उनके पास गया और कप उनकी मेज़ पर रखा। “ईरा मैम… आप ठीक नहीं लग रही हैं। क्या हुआ?”

वह उठीं, और पहली बार मैंने उनकी आँखों में दर्द देखा। वह मुझसे नज़रें नहीं मिला पा रही थीं। “नहीं, विहान। मैं ठीक नहीं हूँ। मुझे लगता है कि मैं अपनी क्रिएटिविटी खो रही हूँ, और अपनी ज़िंदगी भी। मेरे पति को मेरा काम पसंद नहीं है। वह कहते हैं, ‘तुम बहुत ज़्यादा शोर करती हो’, ‘तुम घर पर ध्यान नहीं देती’।”

मैंने धीरे से, लेकिन पूरी सच्चाई से कहा, “आपका काम शोर नहीं है, मैम। यह जुनून है। यह आपकी आवाज़ है। और शोर तो आपकी ज़िंदगी में है, आपके काम में नहीं।”

उसने मेरी ओर देखा। उसकी आँखें चौड़ी हो गईं। “तुम इतने शांत रहकर भी, मेरी बात को इतनी अच्छी तरह कैसे समझ लेते हो?”

मैंने कहा, “शांत लोग बाहर नहीं बोलते, लेकिन अंदर बहुत कुछ महसूस करते हैं। मुझे पता है कि जब कोई आपके जुनून को नहीं समझता, तो कितना दुख होता है।”

उस रात, हम दोनों ने अपनी-अपनी कहानी सुनाई। मैंने उन्हें बताया कि मैं हमेशा अकेला रहा हूँ, और मैं अपनी भावनाओं को डिज़ाइन में व्यक्त करता हूँ। उसने मुझे बताया कि कैसे उसके पति को उसकी सफलता से ईर्ष्या होती है, और कैसे उनका रिश्ता अब बस कागज़ों पर है।

हमारे बीच एक गहरा, अनकहा रिश्ता बन गया था—सहानुभूति का, समझ का। मुझे पता था कि मैं अपनी बॉस के प्रति सिर्फ़ सम्मान नहीं रखता था; मैं उनसे प्यार करने लगा था। वह शादीशुदा थीं, मुझसे बड़ी थीं, और मेरी बॉस थीं—ये सब एक मज़बूत दीवार थी। लेकिन मेरी शांत, विश्लेषणात्मक आँखें जानती थीं कि ईरा को बचाने और प्यार देने की ज़रूरत है, और मेरा दिल इस दीवार को तोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार था।

भावनात्मक नज़दीकी इतनी बढ़ चुकी थी कि हमारे लिए सिर्फ़ ‘कलीग’ बने रहना असंभव हो गया था। ईरा अब मेरे साथ अपने घर की समस्याओं पर खुलकर बात करती थीं, और मैं चुपचाप उनका सबसे बड़ा भावनात्मक समर्थक बन चुका था। मेरा प्यार अब मेरी चुप्पी में समा नहीं रहा था।

एक वीकेंड पर, ईरा ने मुझे कंपनी के एक इवेंट के लिए कुछ इंस्टॉलेशन और ग्राफ़िक्स सेट करने के लिए बुलाया। हम दोनों ही अकेले थे, और ऑफिस पूरी तरह से खाली था।

काम खत्म होने के बाद, हम कंपनी के टेरेस पर थे। मैंने हिम्मत जुटाकर अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का फ़ैसला किया। मेरी शांत प्रकृति के विपरीत, मेरे दिल में तूफ़ान था।

“ईरा मैम,” मैंने कहा, मेरी आवाज़ धीमी लेकिन दृढ़ थी, “मैं नहीं जानता कि आपको कैसा महसूस होगा, लेकिन… मैं आपको अपनी पत्नी के रूप में देखना चाहता हूँ। आप इस समय अकेली हैं, और मुझे पता है कि आप मेरे से बड़ी हैं, और मेरी बॉस भी। लेकिन मैं जानता हूँ कि आपका दिल बहुत अच्छा है। मैं आपका हर ख़्याल रखूँगा।”

ईरा पूरी तरह से स्तब्ध रह गईं। उनकी आँखें भर आईं। वह न तो नाराज़ थीं, न ही हैरान। “विहान… मुझे पता था कि तुम मुझसे प्यार करते हो। तुम्हारी शांत आँखें सब कुछ कह देती हैं। मैं भी… मैं भी तुम्हारी सादगी और तुम्हारी ईमानदारी से बहुत आकर्षित हूँ। तुम मेरे लिए वह शांति हो जो मुझे घर पर कभी नहीं मिली।”

उसने मेरा हाथ पकड़ा, “लेकिन, विहान, मैं शादीशुदा हूँ। मैं अभी भी कानूनी रूप से किसी की पत्नी हूँ। मैं तब तक कोई नया रिश्ता शुरू नहीं कर सकती जब तक कि मेरा तलाक फाइनल न हो जाए। यह तुम्हें और मुझे, दोनों को चोट पहुँचाएगा। मुझे नहीं पता कि मुझे इसमें कितना समय लगेगा।”

“तो आप मुझे मना नहीं कर रही हैं?” मैंने पूछा, मेरी उम्मीद जाग उठी थी।

“मैं तुम्हें मना नहीं कर रही हूँ,” उसने अपना हाथ नहीं हटाया। “मैं तुम्हें एक सीमा दे रही हूँ। अगर तुम इंतज़ार कर सकते हो… जब तक मेरा तलाक़ फाइनल नहीं हो जाता, हम सिर्फ़ दोस्त, कलीग और भावनात्मक रूप से जुड़े हुए रहेंगे। लेकिन कोई भी शारीरिक या सार्वजनिक कदम नहीं।”

उसने मेरी ओर देखा, “और हाँ, विहान। तुम मुझसे छोटे हो। क्या तुम्हें इस बात से कोई फ़र्क नहीं पड़ता?”

मैंने मुस्कुराकर कहा, “मैम, आपका जुनून और आपका संघर्ष मेरी उम्र से कहीं ज़्यादा परिपक्व है। और मेरा प्यार आपकी उम्र से भी बड़ा है।”

मैंने खुशी-खुशी वह सीमा स्वीकार कर ली। अब, मैं सिर्फ़ इंतज़ार नहीं कर रहा था, मैं ईरा की सबसे बड़ी मानसिक और भावनात्मक ढाल बनने वाला था ताकि वह अपनी लड़ाई पूरी कर सके।

ईरा ने तलाक़ की प्रक्रिया शुरू कर दी। यह एक लंबा और दर्दनाक प्रोसेस था। चूंकि उनके पति संपत्ति और पैसों को लेकर विवाद कर रहे थे, इसलिए ईरा भावनात्मक रूप से टूट चुकी थीं, और मैं चुपचाप उनका सहारा बना हुआ था। हमारा भावनात्मक बंधन बहुत मज़बूत हो चुका था।

लेकिन, हमारे बीच की नज़दीकी अब ऑफिस में छिप नहीं रही थी। लोगों ने कानाफूसी शुरू कर दी: “जूनियर बॉय ने बॉस को फँसा लिया,” “क्या वह उसे तलाक़ के लिए उकसा रहा है?” ईरा के पति ने भी कंपनी में फ़ोन करना शुरू कर दिया, जिससे तनाव और बढ़ गया।

एक दिन, मेरे मैनेजर ने मुझे साइड में बुलाया। “विहान, तुम ईरा मैम से दूर रहो। यह उनकी शादीशुदा ज़िंदगी का मामला है। तुम्हारे कारण उनकी प्रतिष्ठा ख़तरे में है। तुम्हें कंपनी की पॉलिसी का ख़्याल रखना चाहिए, और अपनी सीमा में रहना चाहिए।”

यह सच था। मैं चुपचाप वहाँ से चला आया, लेकिन मैं ईरा को अकेला नहीं छोड़ सकता था। मैंने चुपचाप अपना काम किया, लेकिन हर ब्रेक में उनके लिए उनके पसंद की चाय ले जाता, या उनकी डेस्क पर एक छोटा-सा मोटिवेशनल ग्राफ़िक या नोट रख आता, बिना किसी को बताए।

एक शाम, ईरा बहुत रो रही थीं, क्योंकि उनके पति ने तलाक़ के कागज़ात पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया था और उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे थे।

“विहान, मैं थक गई हूँ! मुझे लगता है कि यह दीवार कभी नहीं टूटेगी। मुझे तुमसे दूर हो जाना चाहिए, ताकि तुम्हारा करियर बच जाए।”

मैंने उसे गले लगाया और कहा, “ईरा, आप मेरी बॉस हैं। आपने मुझे सिखाया कि मुश्किल डिज़ाइन को हल करने के लिए नया अप्रोच चाहिए। हम भी नया अप्रोच अपनाएंगे। आप ख़ुद को कमज़ोर मत समझिए।”

मैंने उसे शांत किया, और अगले दिन, मैंने अपने सभी व्यक्तिगत काम छोड़कर, ईरा के वकील को उनके मामले के लिए कुछ मुश्किल वित्तीय डेटा एकत्र करने में मदद की। उनके पति संपत्ति छुपा रहे थे। मेरी शांत, विश्लेषणात्मक शक्ति (Analytical Power) ने ईरा की क्रिएटिव शक्ति का साथ दिया। मैंने घंटों डेटा एनालाइज किया।

उसी शाम, जब मैंने ईरा को सबूतों वाली फ़ाइल दी, तो उन्होंने मेरी ओर देखा। “विहान, तुम… तुम मेरे लिए इतना सब क्यों कर रहे हो?”

“क्योंकि,” मैंने धीरे से कहा, “मेरा काम डिज़ाइन बनाना है, और मेरी सबसे महत्वपूर्ण डिज़ाइन आपकी ख़ुशी है। मैं आपको इस दर्द में नहीं देख सकता।”

हमारा प्यार अब सिर्फ़ भावना नहीं थी, यह एक मज़बूत साझेदारी बन चुका था, जो हर मुश्किल से लड़ रही थी।

मेरी डेटा एनालिसिस ने ईरा के वकील को उनके पति के छुपाए हुए वित्तीय साक्ष्यों को उजागर करने में मदद की। दबाव में आकर, ईरा के पति को अंततः तलाक़ के कागज़ात पर हस्ताक्षर करने पड़े। यह एक लंबी और दर्दनाक लड़ाई का अंत था, लेकिन ईरा आज़ाद थीं।

ईरा ने तुरंत ही कंपनी से इस्तीफ़ा दे दिया। “विहान,” उसने मुझसे कहा, “मैं अब तुम्हारी बॉस नहीं रहना चाहती। मैं तुम्हें एक जूनियर के रूप में नहीं, बल्कि अपने पार्टनर के रूप में देखना चाहती हूँ।”

उसने अपनी कंपनी की हिस्सेदारी बेच दी, और हम दोनों ने मिलकर एक नई, छोटी लेकिन क्रिएटिव और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन डिज़ाइन एजेंसी शुरू करने का फ़ैसला किया। उसने अपनी प्रतिभा और मेरे शांत स्वभाव को मिलाकर एक नया ‘आर्किटेक्चर’ तैयार किया। वह क्रिएटिव हेड बनीं, और मैं टेक्नोलॉजी और फाइनेंस हेड।

एक छोटे से फंक्शन में, जहाँ सिर्फ़ हमारे करीबी दोस्त और परिवार वाले थे, ईरा ने मुझसे शादी करने का प्रस्ताव रखा।

“विहान,” उसने मुस्कुराते हुए कहा, “तुमने मुझे सिखाया कि शांत रहना भी कितना शक्तिशाली हो सकता है। मेरी ज़िंदगी में मेरा जुनून और मेरा काम सब अस्त-व्यस्त हो गया था, लेकिन तुमने हर चीज़ को जगह दी। मैं तुमसे बड़ी हूँ, लेकिन मैं तुम्हें अपनी ज़िंदगी का स्थायी पार्टनर बनाना चाहती हूँ। क्या तुम मेरे ‘कैओस’ को हमेशा मैनेज करोगे?”

मैंने तुरंत हाँ कह दिया, और उसे कसकर गले लगा लिया।

जब उसके माता-पिता ने ‘एज गैप’ की चिंता जताई, तो ईरा ने दृढ़ता से कहा, “विहान का दिल, उसकी ईमानदारी और उसका साहस उसकी उम्र से कहीं ज़्यादा परिपक्व है। उसने मुझे मेरी सबसे बड़ी लड़ाई में तब सहारा दिया, जब कोई नहीं था। यह हमारा सफल विलय (Successful Merger) है।”

हमने शादी कर ली। अब हमारी एजेंसी में, ईरा का ‘क्रिएटिव तूफ़ान’ और मेरा ‘शांत, विश्लेषणात्मक’ दिमाग एक साथ काम करते हैं। ईरा अब भी मेरी प्रेरणा है, लेकिन सिर्फ़ बॉस नहीं—अब हम बराबर के पार्टनर हैं। मेरा प्यार, मेरी बॉस, अब मेरी पत्नी थी।

मेरा ऑफिस रोमांस एक जटिल, बाधाओं से भरी कहानी थी, लेकिन यह सफल हुई क्योंकि हमारे प्यार में सच्चाई और साझेदारी थी। अब मैं जानता था कि हमारा साथ हमेशा खुशियों से भरा रहेगा।

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